तुम्हें पता नहीं होगा शायद
मेरा वो सबसे खूबसूरत लम्हा
जब कीबोर्ड की गिट-गिट
और कॉफ़ी की सिप -सिप
के बीच भी
मैं चुन कर तेरे सीने की धड़कन
की धक्-धक् सी आवाज़
अपने दिल में उतार लेता हूँ
और भर लेता हूँ तेरी ठंडी गहरी सांसें
अपने जेहन में
फिर धीरे से उठती उस हंसी के सॉना में
पिघल जाता हूँ
बस उस पल गर तू गले से न लगा ले
तो दिल मचलता जाने कहाँ हो
Resonance, ये शब्द सुना था
तेरे साथ मतलब भी जान लेता हूँ
सच ही है तेरे साथ कभी बोर नहीं होता
उन खामोशियों में भी तुझसे बात करने का रास्ता
ढून्ढ ही लेता हूँ
इसलिए सोचा क़े पिन कर लूं
मेरा वो सबसे खूबसूरत लम्हा
मेरा वो सबसे खूबसूरत लम्हा
जब कीबोर्ड की गिट-गिट
और कॉफ़ी की सिप -सिप
के बीच भी
मैं चुन कर तेरे सीने की धड़कन
की धक्-धक् सी आवाज़
अपने दिल में उतार लेता हूँ
और भर लेता हूँ तेरी ठंडी गहरी सांसें
अपने जेहन में
फिर धीरे से उठती उस हंसी के सॉना में
पिघल जाता हूँ
बस उस पल गर तू गले से न लगा ले
तो दिल मचलता जाने कहाँ हो
Resonance, ये शब्द सुना था
तेरे साथ मतलब भी जान लेता हूँ
सच ही है तेरे साथ कभी बोर नहीं होता
उन खामोशियों में भी तुझसे बात करने का रास्ता
ढून्ढ ही लेता हूँ
इसलिए सोचा क़े पिन कर लूं
मेरा वो सबसे खूबसूरत लम्हा